साल में एक बार मातृभूमि का दौरा जरूर करें, यूएई दौरे में प्रवासियों से बोले सीएम पुष्कर सिंह धामी
उत्तराखंड में निवेश अभियान के तहत उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर है। उत्तराखंड में दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में अधिक से अधिक निवेशकों की भागीदारी के लिए दुबई और अबूधाबी पहुंचे सीएम धामी का उत्तराखंड एसोसिएशन ऑफ यूएई व भारतीय प्रवासियों ने भव्य स्वागत किया।
इस दौरान सीएम ने प्रवासियों से साल में एक बार उत्तराखंड आने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्हें पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में धार्मिक पर्यटन, अध्यात्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के क्षेत्र में संचालित विभिन्न विकास कार्यों के बारे में अवगत कराया। इस दौरान प्रवासियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को उत्तराखण्डी टोपी भेंट कर सम्मानित भी किया।
इस अभियान में सीएम धामी के साथ कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत और अन्य अधिकारी शामिल हैं। यूएई में सीएम धामी उत्तराखंड राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सभी लोगों से मिल रहे हैं। यात्रा का उद्देश्य संयुक्त अरब अमीरात में उद्योगपतियों और एनआरआई को उत्तराखंड में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस बीच यूएई पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड प्रवासी समुदाय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस सभा का आयोजन उत्तराखंड एसोसिएशन यूएई और ओएसिस ग्लोबल सोसाइटी द्वारा किया गया था, इसमें जीबीएफ मध्य पूर्व से देवेंद्र कोरंगा, संजय थप्प, चंद्रशेखर भाटिया और नरेश पुलवानी सहित भारतीय प्रवासी से प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। धामी ने ष्देवताओं की भूमिष् और योग और आध्यात्मिकता के केंद्र दोनों के रूप में उत्तराखंड के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और इसे निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने में राज्य की भूमिका को भी रेखांकित किया। धामी ने सभी से आग्रह करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हमारी जड़ें उत्तराखंड से गहराई से जुड़ी हुई हैं। मैं उत्तराखंड के सभी अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों से साल में कम से कम एक बार अपनी मातृभूमि का दौरा करने की अपील करता हूं। इससे न केवल उन्हें अपनी जड़ों से फिर से जुड़ने में मदद मिलेगी बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी अपनी मातृभूमि से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी।