मियांवाला को समझा मुगलों का नाम, निकला राजपूतों की शान, स्थानीय लोगों ने मांगा पुराना नाम
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में समूचे राज्य में 15 स्थानों और 2 सड़कों के नाम बदलकर उन्हें हिंदूओं के नाम दिये।
इनमें एक नामकरण देहरादून के मियांवाला क्षेत्र का भी किया गया। सरकार ने मियांवाला का नाम बदलकर रामजीवाला कर दिया। मगर यहां सरकार बुरी तरह से अपनी फजीहत करा बैठी।
मियांवाला का नाम रामजीवाला करने पर स्थानीय लोगों को ये पंसद नहीं आया। उन्होंने बकायदा विरोध शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मियांवाला शब्द मियां से निकला है, जो एक राजपूत उपाधि है और इसका मुस्लिम समुदाय से कोई ताल्लुक नहीं है। ये रांगड़ राजपूतों का मियांवाला है जो देहरा के अस्तित्व से पहले का है।
स्थानीय लोगों ने पत्र लिखकर दलील दी है, कि ‘मियांवाला देहरादून की स्थापना से पहले भी अस्तित्व में था। इसे मूल रूप से गढ़वाल के राजा फतेह शाह के पोते प्रदीप शाह ने 1717 और 1772 के बीच अपने शासनकाल के दौरान गुरु राम राय को प्रदान किया था। इसके अलावा लोगों ने कहा, ‘मियांवाला ऐतिहासिक नाम और धरोहर है, जिससे हमारे बड़े-बुजुर्ग और पूर्वजों का मान-सम्मान जुड़ा है। लिहाजा सरकार तत्काल मियांवाला का नाम वापस लौटाये।