मेरठ की बेटी ने बढ़ाया देश का मान, रूपल ने भारत की झोली में डाला एक और मेडल
कोलंबिया के काली शहर में चल रहे अंडर 20 जूनियर वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेरठ की रूपल ने कांस्य पदक जीता है। यह मेरठ शहर के लिए भी गर्व के पल हैं। शुक्रवार सुबह 4.10 पर हुए फाइनल राउंड में दुनिया की टॉप 8 पएथलीट में शामिल होकर दौड़ लगाते हुए रूपल ने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। रुपल ने अपनी दौड़ 55.85 सेकेंड में पूरी की। मेरठ की बेटी रूपल चौधरी इससे पहले रजत पदक भी अपने नाम कर चुकी हैं। और ये कारनामा रूपल ने अपने पहले ही अंतराष्ट्रीय दौरे में कर दिखाया है। जिसमें उन्होंने लगातार एथलेटिक्स चौंपियनशिप में दो पदक झटके हैं। मेरठ के जैतीपुर शाहपुर गांव की रहने वाली रूपल का पूरा गांव जश्न में डूबा हुआ है। बेटी की कामयाबी पर यहां लोगों में खुशी की लहर है। पिता ओमवीर के हाथ थामकर हर शख्स बधाई दे रहा था। इस मौके पर मां ममता देवी ने कहा कि बेटी ने आज सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। उसने पीवी सिंधु, साक्षी मलिक जैसा बनने का ख्वाब देखा था। वो आज पूरा हो गया। अब तक जैतीपुर शाहपुर को कोई नहीं जानता था। अब उसके नाम के साथ इस गांव को, हमें जाना जाएगा। बेटी जिस दिन लौटेगी, उस दिन अलग ही माहौल होगा। पूरा गांव उसके स्वागत में जुटने वाला है। उस दिन पूरा गांव, सारे रिश्तेदार, दोस्त, कोच सब यहां होंगे। इस खुशी के मौके को सब त्योहार की तरह मनाना चाहते हैं। रूपल के घर को मां ने बेटी की बचपन की तस्वीरों से सजा रखा है वो कहती है जब वो बाहर खेलने जाती है तो इन्हें देखकर तसल्ली कर लेती हूरूपल चौधरी के गांव में जब से बेटी की जीत की खबर आई है पूरा गांव खुशी में नाच रहा है। गांव का हर आदमी इस बेटी के भारत लौटने का इंतजार कर रहा है। रूपल घर आए और उसका भव्य स्वागत किया जाए। यहां रूपल के घर में सुबह से मेहमानों और गांववालों का आना जाना लगा है। सोशल मीडिया से लेकर फोन पर बधाईयों का दौर चल रहा है।