बीजेपी विधायक महेश नेगी का बड़ा बयान कहा- हमारे कुछ नेताओं ने विपक्ष के साथ मिलकर मेरे खिलाफ की साजिश
भाजपा ने उत्तराखंड के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी का पार्टी ने इस बार टिकट काट दिया है। उनकी जगह अनिल शाही को उम्मीदवार बनाया है। विधायक नेगी के खिलाफ चल रहा दुष्कर्म का मामला टिकट कटने का बड़ा आधार माना जा रहा है। टिकट कटने से महेश नेगी काफी नाराज हैं उन्होने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें सबसे अधिक दुख इसलिए है कि उन्होने पार्टी के लिए सबसे ज्यादा कार्य किया बावजूद इसके उन्हें टिकट नहीं दिया…..वहीं दुष्कर्म के आरोपों पर उन्होने कहा कि इस मामले में वह हाईकोर्ट से निर्दोष साबित हो चुके हैं। साथ ही उन्होने आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर के कुछ लोगों ने विपक्ष के साथ मिलकर उनका टिकट काटा है। बता दें कि द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी पर एक महिला ने पांच सितंबर 2020 को देहरादून में यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। महिला का आरोप है कि उसके बेटी के पिता महेश हैं। जिसके बाद विधायक की पत्नी ने भी पीडि़ता पर क्रास एफआइआर दर्ज कराई। बाद में महिला ने फैमिली कोर्ट में केस दायर किया है। पीड़िता ने बेटी के नाम से दायर की गई याचिका में विधायक से गुजारा भत्ता के रूप में 60 हजार रुपये हर माह भुगतान करने की मांग की। याचिका में पीड़िता ने बेटी के पिता के नाम की जगह विधायक का नाम लिखा। ट्रायल कोर्ट ने डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया। हालांकि बाद में ट्रायल कोर्ट के आदेश पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। इस प्रकरण को लेकर पार्टी की काफी बदनामी हुई। उनके टिकट कटने का सबसे बड़ा आधार भी यही प्रकरण माना जा रहा है