मुंबई में तीसरी लहर की हुई शुरूवात, सरकार ने लागू की धारा 144
महाराष्ट्र में नए साल का जश्न नहीं मनाया जायेगा। मुंबई में अचानक बढ़ते कोरोना के मामलों से लोगो में डर बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो महाराष्ट्र में 3900 नए मामले सामने आये है। जिनमें 85 ओमीक्रॉन के नए मामले है और 20 लोगों की मौत हो गई हैं। जिसके बाद महाराष्ट्र में ओमीक्रॉन के कुल मामलों का आंकड़ा 250 के पार पहुँच चुका है… पूरे महाराष्ट्र में अभी ओमीक्रॉन और कोरोना से कुल 14065 संक्रमित लोग हैं। महाराष्ट्र की एक्शन टास्क फोर्स ने तीसरी लहर की शुरुआत होने की बात पर पुष्टि की है। वहीं बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने आज से 7 जनवरी तक धारा 144 लगा दी है। वहीँ, राज्य में 144 के साथ-साथ नाईट कर्फ्यू भी लग चुका है । उम्मीद है की तब तक बढ़ते मामलो में थोड़ी सी गिरावट देखने को मिले।
बता दे कि धारा 144 शांति कायम करने या किसी आपात स्थिति से बचने के लिए लगाई जाती है। आपको बता दें कि धारा 144 के तहत 5 या उससे ज्यादा आदमी एक साथ जमा नहीं हो सकते हैं। धारा 144 का पालन ना करने वाले को अधिकतम तीन साल कैद की सजा हो सकती है। किसी भी राज्य में धारा 144 दो महीने से ज्यादा नहीं लगायी सकती है। वहीँ कुछ लोग कर्फ्यू और धारा 144 को एक ही चीज मानते हैं, बता दें, कर्फ्यू बहुत ही खराब हालत में लगाया जाता है। उस स्थिति में लोगों को एक खास समय या अवधि तक अपने घरों के अंदर रहने का निर्देश दिया जाता है। मार्केट, स्कूल, कॉलेज आधि को बंद करने का आदेश दिया जाता है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही चालू रखने की अनुमति दी जाती है। इस दौरान ट्रैफिक पर भी पूरी तरह से पाबंदी रहती है।
सरकार के अनुसार महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे, नासिक, पुने, शोलापुर, सांगली और सतारा के इलाको में लोग कोरोना में लगाए गए नियमो का सही से पालन नही कर रहे है। जिसके कारण कोरोना के मरीजों में दुगनी रफ्तार से इज़ाफ़ा हुआ है। सरकार के मुताबिक तीसरी लहर दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि तीसरी लहर दूसरी लहर से 150% ज्यादा घातक होगी । करीब 2 महीने के बाद महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का डर एकदम से 1.6 % से 2.3% पहुंच गया है। पिछले हफ्ते पूरे महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संक्रमण दर मुंबई का रहा। सरकार का कहना है की तीसरी लहर को हलके में लेना बहुत भारी पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स की माने तो हालातों को देखते हुए अन्य राज्यों की सरकारों को भी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।