लकी नंबर बन गया काल, विजय रूपाणी और 1206
1206…. वो नम्बर जो गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के दिल के बेहद करीब था, वो नम्बर जो उनके लिये सिर्फ एक अंक नहीं था, बल्कि भरोसे और सौभाग्य का प्रतीक था।
अहमदाबाद प्लेन क्रैष में अपना जीवन गंवाने वाले विजय रूपाणी 1206 नम्बर को सबसे लकी मानते थे। उनकी हर गाड़ी के नम्बर में 1206 ही होता था। उनके जीवन का पहला स्कूटर जब आया तो उसका नम्बर भी 1206 था। पहली गाड़ी आई उसका नम्बर भी 1206 था। इसके बाद हर गाड़ी का नम्बर 1206 होता चला गया। जहां कहीं भी नम्बर चुनने की बात आती तो वो 1206 को ही चुनते थे।
विजय रूपाणी के करीबियों का कहना है कि वो इस नम्बर को बेहद लकी मानते थे। और अब नियती का खेल देखिए उनकी मौत ने भी यही नम्बर चुना। विजय रूपाणी 1206 2025 के दिन ही इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गये।
उनका ‘लकी नंबर’ एक त्रासदी में बदल गया। विजय रूपाणी बीते दिन लंदन में रह रही उनकी बेटी और पत्नी से मिलने जा रहे थे। लेकिन उनका ये सफर कभी पूरा नहीं हो पाया।
पहले उन्हें ये यात्रा 5 जून को करनी थी, लेकिन पंजाब के लुधियाना वेस्ट उपचुनाव के प्रचार के लिए उन्होंने यात्रा को 12 जून तक टाल दिया। वो पंजाब भाजपा के प्रभारी थे।