भारत को अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, इलेक्टोरल बॉन्ड, अरविंद केजरीवाल को जमानत जैसे कई फैसले दिये
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना को देश के नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त दे दी गई है। बीते दिने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीजेआई के तौर पर जस्टिस संजीव खन्ना के नाम पर मुहर लगा दी। जस्टिस खन्ना देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश होंगे।
मौजूदा मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को अपने पद से रिटायर होंगे। इसके एक दिन बाद यानी 11 नवंबर को जस्टिस संजीव खन्ना देश के चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे।
अपने अब तक के करियर के दौरान जस्टिस खन्ना और उनकी भागीदारी वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कई अहम फ़ैसले सुनाए हैं।
चलिये आपको बताते हैं कि जस्टिस संजीव खन्ना की किन किन बड़े फैसलों में अहम भूमिका रही है-
जस्टिस खन्ना उस बेंच में शामिल थे जिसने 2024 के एक ऐतिहासिक फ़ैसले में इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया था।
इसके अलावा वीवीपैट का सत्यापन, आर्टिकल 142 के तहत तलाक को शामिल करने, साथ ही जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के निर्णय पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर लगाने वाली पीठ में भी जस्टिस संजीव खन्ना मौजूद रहे।
जस्टिस संजीव खन्ना उन दो न्यायाधीशों की पीठ के भी अगुआ रहे जिसने दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी थी।
14 मई, 1960 को पैदा हुए जस्टिस खन्ना ने 1983 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली को एक एडवोकेट के तौर पर जॉइन किया। शुरुआत में उन्होंने तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में प्रैक्टिस की। दिल्ली हाई कोर्ट में एडिशनल जज के बाद 2006 में यहां परमानेंट जज बना दिया गया। इसके बाद 18 जनवरी, 2019 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जज बनाया गया था।