झारखण्ड के देवघर में रोपवे हादसे के करीबन 45 घंटो बाद बचाव कार्य खत्म हो गया है। इस हादसे में तीन लोंगों की मौत हो गई है। बता दें कि रविवार शाम को यह हादसा हुआ था। रविवार की शाम 4 बजे दो ट्रॉलियां आपस में टकरा गयी थी। इसके बाद रस्सी के सहारे हवा में चल रही बाकी ट्रालियां डिस्प्लेस हो गईं और अपने अपने स्थान पर रूक गयी। हादसे के दौरान बच्चों सहित 50 लोग ट्रॉली में सवार थे। वहीं हादसे के वक्त एक शख्स की मौत हो गयी और कई लोग घायल हो गए। इस खबर के बाद वायुसेना, आईटीबीपी और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। दो दिन तक लोग हवा में फसें रहे। बचाव कार्य ने वायुसेना के हेलिकॉप्टर की मदद ली गई, लेकिन ट्रालियां ऐसी जगह पर फंसी थी जहां थोड़ी सी चूक से लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी। ट्रॉली में फसें लोंगो को ड्रोन की मदद से खाने पीने की सामग्री पहुंचायी गयी। गरुड़ कमांडो खुद भी ट्रॉलियों तक पहुंच गए और वहां फंसे लोगों को हौसला देते रहे। सोमवार शाम तक 32 लोग को नीचे सुरक्षित उतारा गया। हालांकि सोमवार को एक युवक का हाथ फिसलने के कारण मौत हो गयी। बाकि बचे हुए लोगों के लिए मंगलवार की सुबह रेस्क्यू ओपरेशन फिर से शुरू किया गया। वहीं मंगलवार को भी एक महिला की रेस्क्यू ओपरेशन के दौरान फिसलने से मौत हो गयी।