भारतीयों ने हरा दिया भारत को टेस्ट, भारत के वो तीन खिलाड़ी जो खेले न्यूजीलेंड की ओर से
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय जमीन पर जो काम आज तक दुनिया की कोई भी टीम नहीं कर पाई वो काम न्यूजीलैंड ने कर दिखाया। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड ने मेजबान टीम इंडिया को 25 रनों से हरा तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली है। क्रिकेट इतिहास में आज तक कोई भी टीम भारत में टीम इंडिया को तीन या उससे ज्यादा टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं कर पाई थी।
लेकिन भारत की इस हार में न्यूजीलेंड के तीन भारतीय खिलाड़ियों को सबसे बड़ा हाथ रहा है। यानी भारतीय मूल के इन तीन खिलाड़ियों ने मिलकर भारतीय टीम को घुटनों पर ला दिया।
चलिये आपको बताते हैं कि ये तीन खिलाड़ी कौन हैं और उनका भारत से संबंध क्या है-
पहले है एजाज पटेल, वही एजाज पटेल जिनके आगे वानखेड़े में भारतीय बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह बिखर गये। एजाज की धमाकेदार गेंदबाजी की बदौलत न्यूजीलैंड ने भारतीय सरजमीं पर टीम इंडिया को 3-0 से हरा दिया।
एजाज पटेल का जन्म मुंबई में हुआ था। 28 साल पहले एजाज और उनका परिवार न्यूजीलैंड चला गया था। उस समय एजाज की उम्र 8 साल थी। एजाज ने न्यूजीलैंड में ही अपनी पढ़ाई लिखाई की। बाद में उन्होंने ऑकलैंड के लिए क्रिकेट खेला। इसके बाद साल 2012 में उन्होंने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा आज ऐजाज न्यूजीलेंड टीम की सबसे बड़ी जरूरत बन गये हैं।
दूसरे हैं ईश सोढ़ी। ईश शोढ़ी का 1992 में भारत के पंजाब के लुधियाना शहर में हुआ था। उनका पूरा नाम इंद्रबीर सिंह सोढ़ी है। सोढ़ी अपने परिवार के साथ महज चार साल की उम्र में न्यूजीलैंड आ गए थे। उनका परिवार न्यूजीलैंड के साउथ ऑक्लैंड में आकर बस गया। सोढ़ी लेगब्रेक गेंदबाज के साथ-साथ दाएं हाथ के बल्लेबाज भी हैं।
तीसरे हैं रचिन रविंद्र। रविंद्र का जन्म 1999 में वेलिंग्टन में हुआ लेकिन इससे दो साल पहले ही उनके माता पिता बेंगलुरू छोड़कर न्यूजीलेंड आ बसे थे। उनके परिवार का भारत से गहरा नाता है, वो अधिकांश वक्त भारत में ही प्रैक्टिस के लिये खेलते रहे हैं। रवींद्र का पहला नाम राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के पहले नामों का एक मिश्रित शब्द रूप भी है।
ये भारतीय मूल के खिलाड़ी आज न्यूजीलेंड को मिली बड़ी जीत के सबसे बड़े किरदार बनकर उभरे हैं, भारतीय मूल के इन खिलाड़ियों ने जो झटका भारतीय क्रिकेट को दिया है उससे उबरने में शायद लंबा वक्त लग जाए।