पीएम मोदी ने भारत-नेपाल पंचेश्वर परियोजना में लिया अहम फैसला, जानिए कितनी फायदेमंद होगी यह परियोजना
भारत नेपाल के बीच बढ़ते हुए संबंधो को नई ऊचाई मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के साथ मिलकर पंचेश्वर परियोजना को लेकर भी चर्चा की। बता दें कि यह परियोजना भारत और नेपाल की सामूहिक परियोजना है जिसमें भारत का शेयर अधिक रहेगा। जिसको आज नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने भी सहमति दी है। जहां नेपाल अपनी अतिरिक्त बिजली भारत को निर्यात करेगा। इस परियोजना नेपाल और भारत के बीच महाकाली संधि के तहत कवर किया गया है, जिसके अनुसार, भारत में महाकाली नदी के प्रत्येक किनारे भूमिगत बिजली घर का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, पीएमपी नेपाल और भारत दोनों में कृषि भूमि के एक विशाल क्षेत्र में सिंचाई के लिए पानी का लाभ भी प्रदान करता है।
पंचेश्वर बाँध उत्तराखंड राज्य में भारत-नेपाल सीमा पर बनने वाला बहुउद्देशीय बिजली परियोजना है। जो उत्तराखंड के चंपावत जिले में बन रहा है। यह परियोजना काली नदी पर बनाई जा रही है। इस परियोजना का कार्य 2018 मंे शुरू हो चुका है जो 2026 तक पूरी हो जाएगी और 2028 तक इससे विधुत उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह भारत मंे बनने के पश्चात सबसे बड़ा डैम होगा जिसकी ऊंचाई 315 मीटर होगी।