दिल्ली पुलिस चाहे तो मिनटों में कर दे आईपीएस के नाम का खुलासा, फिर देरी क्यों?
दिल्ली में होटल मालिक की आत्महत्या से जुड़े उत्तराखंड के कथित आईपीएस अधिकारी के नाम का खुलासा तीन दिन बाद भी नहीं हो पाया है। इस बीच उत्तराखण्ड पुलिस ने दिल्ली क्राइम ब्रांच स्पेशल कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव को इस मामले में पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। पत्र में कहा गया है कि सोशल मीडिया में आत्महत्या के लिये दबाव बनाने पर उत्तराखंड के एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर का नाम चर्चाओं में है, अगर ऐसा है तो दिल्ली पुलिस इस बात का खुलासा करे। अब इस मामले में गेंद पूरी तरह से दिल्ली पुलिस के पाले में चली गई है। अगर दिल्ली पुलिस चाहे तो इस मामले में मिनटों में आईपीएस के नाम का खुलासा कर सकती है, फिर देरी किस बात की?
बताया जा रहा है कि मृतक के परिजनों ने भी अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है। अगर आज या कल में एफआईआर दर्ज होती है तो उसमें संबंधित आईपीएस अधिकारी के नाम का निश्चित ही खुलासा हो जाएगा। इधर पिछले तीन दिनों से उत्तराखंड के प्रशासनिक और सियासी गलियारों में इस मामले की जबर्दस्त चर्चा चल रही है। चर्चाओं का आलम ऐसा है कि लोगों ने संभावित आईपीएस होने की सूची तक तैयार कर ली है। जिसमें तीन से चार आईपीएस के नाम लिये जा रहे हैं। लोग आईपीएस अधिकारियों के पूराने इतिहास, उनके संबंधों और पुरानी गतिविधियों से जोड़कर नाम उठा रहे हैं। अब देखना होगा कि दिल्ली पुलिस का जवाब क्या रहता है और यदि मृतक के परिजन एफआईआर दर्ज कराते हैं तो उसमें नाम का खुलासा होगा या नहीं।