बिहार के करमटिया में मिला सोने का अकूत भंडार, देश की बदल सकती है तकदीर
भारत की आर्थिक कमजोरी के दौर में बिहार से एक गोल्डन खबर सामने आई है। बिहार में सोने के अकूत भंडार का पता चला है। इतना सोना… जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। इतना सोना… जो गरीबी के आखिरी पायदान पर खड़े बिहार राज्य की तस्वरी और तकदीर दोनों बदल सकता है। जी हां इतना सोना जो भारत को दोबारा सोने की चिढ़िया बना सकता है। अगर ये सोना जमीन से बाहर आया तो ये बिहार ही क्या पूरे देश की किस्मत बदल देगा।
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा कराये गये देश के गोल्ड रिजर्व की सर्वे रिपोर्ट ने भारत को रातों रात मालामाल कर दिया है। इस रिपोर्ट में बिहार में सोने के अकूत भंडार का पता चला है। सर्वे में पता चला कि देश के कुल सोने का 44 फीसदी सोना सिर्फ और सिर्फ बिहार में मौजूद है। सोने की यह मात्रा 222.8 मिलियन टन यानी 2230 लाख टन के करीब हो सकती है। बिहार के जमुई जिले ने तो सारे रिकार्ड तोड़ डाले हैं अकेले इस जिले की जमीन में लगभग 230 टन सोने के भंडार की मौजूदगी का पता चला है। जमुई जिले के कुछ खास इलाके हैं जहां सोने का भंडार मौजूद है। सर्वे में पता चला है कि जमुई जिले के करमटिया में सबसे अधिक सोना दबा है। इसके साथ ही झाझा और सोनो के इलाके में भी भरपूर मात्रा में सोना मौजूद है।
बिहार का करमटिया इलाका करीब पौने तीन सौ एकड़ में फैला हुआ है। ये पथरीला और लाल मिट्टी वाला इलाका है। इसका अधिकांश भाग बंजर पड़ा है। यहां झाड़ियां और खजूर के पेड़ों की अधिकता है। बताया जाता है कि पहले यहां खेती होती थी, लेकिन 1982 में इस इलाके को सरकार द्वारा सुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद कई जगहों पर जांच के लिये खुदाई की गई और उस वक्त भी यहां सोना होने के ठोस प्रमाण मिले थे। स्थानीय लोगों को भी यहां की मिट्टी में सोने के कण मिले थे, जिसके बाद ही इलाके में जांच शुरू हुई थी। करमटिया में सोना पाए जाने के बाद अब लोग इसे सोनमटिया कहने लगे हैं।
करमटिया इलाके में सोने के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद बिहार सरकार एक्टिव मोड में आ गई है। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमुई गोल्ड रिजर्व के खनन का काम शुरू करने के निर्देश दिये हैं। सीएम के आदेश के बाद जमीन से सोना निकालने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि जीएसआई से जानकारी मिलने के बाद बिहार के खनन विभाग ने उन एजेंसियों से बातचीत शुरू कर दी है जो खदान से सोना निकालने का काम करती हैं। खनन विभाग जीएसआई और नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन यानी एनएमडीसी के संपर्क में भी है। सरकारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद खनन का काम शुरू कर दिया जाएगा।