उमेश कुमार बनाम चैंपियन मामले में 12 फरवरी को होईकोर्ट दे सकता है सख्त फैसला
हरिद्वार में खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक प्रणव सिंह चैंपियन के बीच हुए गोलीकांड ने उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है।
चैंपियन की गिरफ्तारी और जेल के बाद गुर्जर समाज का विरोध उसके जवाब में उमेश कुमार के समर्थकों की रैली, इस दौरान हुई गिरफ्तारियां, इससे माहौल बेहद तनावपूर्ण हो चुका है। 7 घंटे के लिये हिरासत में लिये गये उमेश कुमार फिर आजाद हैं और चैंपियन के समर्थन में गुर्जर समाज अभी भी अपनी आगामी पंचायत के लिये अड़ा है।
ये तमाम हालात उत्तराखंड के लिये बिलकुल सही नहीं हैं। इस विवाद ने राजनीतिक अपराधीकरण और बाहुबली संस्कृति को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. पहली सुनवाई में अधिकारियों ने कोर्ट को जानकारी दी है कि घटना के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. दोनों नेताओं के खिलाफ अलग-अलग न्यायालयों में 19-19 मुकदमे लंबित हैं.
कोर्ट ने इस मामले में 12 फरवरी को अगली सुनवाई निर्धारित की है. हाईकोर्ट ने निर्देश दिए कि दोनों नेताओं के खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों की स्थिति, 26 जनवरी की घटना से संबंधित वीडियो क्लिप और अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट शपथ पत्र के साथ पेश की जाए. साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा कि इन नेताओं को दी गई सुरक्षा की समीक्षा की जाए.
कोर्ट ने इसे राज्य की छवि पर दाग करार दिया है और प्रशासन को फटकार लगाते हुये दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिये हैं। अब 12 फरवरी को कोर्ट इस मामले में फिर सुनवाई करेगी।