अपने साथ कांग्रेस को भी ले डूबे हरीश रावत! लालकुआं से मिली करारी हार
देहरादून- मुख्ममंत्री बनने का सपना देख रहे हरीश रावत न अपनी सीट बचा पाये न कांग्रेस की सत्ता में वापसी करा पाये। उन्हें लालकुआं सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मोहन बिष्ट से करारी हार का सामना करना पड़ा है। हरीश रावत लगभग 14000 मतों से चुनाव हार गये हैं। लालकुआं में हरीश रावत को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस की बागी संध्या डालाकोटी का निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरना उनकी हार का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। यह राजनीतिक रूप से हरीश रावत के भविष्य के लिये बड़े बदलाव का कारण बन सकता है। चुनाव से पहले ही हरीश रावत खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की जद्दोजहद में जुटे रहे। पार्टी एक ओर चुनावी मैदान में थी और दूसरी ओर कांग्रेस के भीतर ही आपस में झगड़े चल रहे थे। पांच साल सत्ता से बाहर रही कांग्रेस के लिये यह बड़ा झटका माना जा रहा है।