Thursday, April 25, 2024
उत्तराखंड

लम्बी छुट्टी पर चल रहे शिक्षकों को घर भेजेगी सरकार, जिलों से तलब की रिपोर्ट

शिक्षा विभाग में बीमार और लंबी अवधि से छुट्टी पर चल रहे शिक्षकों को अब अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त करने की तैयारी है। विभाग की ओर से हर जिले में इस तरह के शिक्षकों को चिह्नित किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि इन शिक्षकों की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। सेवानिवृत्ति के बाद इन शिक्षकों को पूरी पेंशन मिलेगी। वहीं, इनकी सेवानिवृत्ति से नए युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे। प्रदेश में बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में 72 हजार शिक्षक कार्यरत हैं। विभाग के मुताबिक इनमें बड़ी संख्या में शिक्षक बीमार हैं और लंबी अवधि से छुट्टी पर चल रहे हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। विभाग की ओर से अब इस तरह के शिक्षकों को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति देने के लिए फामूर्ला तैयार किया जा रहा है। शिक्षा निदेशक वंदना गर्ब्याल के मुताबिक बेसिक के शिक्षकों का जिला कैडर है, लेकिन कोर्ट के एक आदेश के बाद अब यह व्यवस्था की गई है कि शिक्षक भर्ती के लिए प्रदेश के किसी भी जिले का युवा किसी भी जिले से आवेदन कर सकता है। इस व्यवस्था से गढ़वाल के कुछ युवा कुमाऊं में तो कुमाऊं के युवा गढ़वाल मंडल में नियुक्ति पा चुके हैं। जो गृह जिले में तैनाती के लिए प्रयासरत रहते हैं और अक्सर तबादलों के लिए खुद को बीमार बताते हैं। उनके परिजनों की ओर से भी बीमारी एवं अन्य कारण बताते हुए इसके लिए आवेदन किया जाता है। जबकि कुछ शिक्षक लंबी छुट्टी पर हैं। जिससे स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिन शिक्षकों की 20 साल से अधिक की सेवा हो चुकी है और जो अक्सर बीमार रहते हैं, उन शिक्षकों को चिह्नीत किया जा रहा है। जिला स्तर से इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित की पत्रावली को मंजूरी के लिए वित्त विभाग को भेजा जाएगा।

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