चारधाम यात्रा में सरकार ने लागू किये कड़े नियम, यात्रियों की संख्या तय
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर अत्यधिक भीड़ को देखते हुए सरकार ने कड़े नियम लागू कर दिए हैं. इस सम्बन्ध में उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने एस ओ पी जारी कर दी है.
आदेश के मुताबिक जानकीचट्टी से यमुनोत्री और यमुनोत्री से जानकीचट्टी आने-जाने वाले घोड़े खच्चरों की संख्या अधिकतम 800 निर्धारित की गई है।
इस मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के आवागमन का समय सुबह 4 बजे से साँय 5 बजे तक निर्धारित किया गया है।
घोड़े-खच्चरों की संख्या 800 पूर्ण होने के बाद घोड़े-खच्चर उसी अनुपात में जानकीचट्टी से भेजे जायेगें, जिस अनुपात में यमुनोत्री से वापस आयेगे।
प्रत्येक घोड़े-खच्चर के प्रस्थान, यात्री के दर्शन और वापसी हेतु कुल 05 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
05 घंटे से अधिक कोई भी घोडा-खच्चर किसी भी दशा में यात्रा मार्ग पर नहीं रहेगा। यदि घोड़े-खच्चर कम संख्या में है, तो उनको क्रमानुसार रोटेशन के आधार पर जाने दिया जायेगा। यात्री द्वारा यमुनोत्री धाम पहुंचने पर दर्शन आदि के लिए 60 मिनट का समय निर्धारित किया गया है. कोई इमरजेंसी न हो तो घोड़ा-खच्चर संचालक 60 मिनट का इंतजार करने के बाद यात्री के बिना वापस लौट सकता है.
जानकीचट्टी से यमुनोत्री आने-जाने वाली डण्डी की संख्या अधिकतम 300 निर्धारित की गई है। डण्डी के आवागमन का समय प्रातः 4 बजे से साँय 4 बजे तक निर्धारित किया गया है.यदि किसी व्यक्ति द्वारा इस आदेश का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके विरुद्ध आईपीसी की धारा 188 के अन्तर्गत कार्यवाई होगी.