नकल माफियाओं पर लगेगी गैंगस्टर, अवैध संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजर, सीएम धामी का सख्त कदम
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ऐसी सभी भर्ती परीक्षाएं रद्द होंगी, जिनमें गड़बड़ी के साक्ष्य मिले हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को इस संबंध में आदेश दे दिये हैं। सीएम ने आयोग में भर्ती घोटाले के संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद ये आदेश दिये हैं। भर्ती प्रक्रिया में उजागर हुई कमियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने सभी दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने पर जोर दिया है। साथ ही सीएम ने दोषियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी करने और उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करते हुये उनके उपर गैंगस्टर एक्ट भी लगाने के आदेश दिये हैं। इतना ही नहीं सीएम ने आदेश दिये हैं कि जिन परीक्षाओं के माध्यम से दागी व्यक्तियों को नियुक्ति मिली उनकी नियुक्ति तत्काल रद्द की जाए। साथ ही गड़बड़ी कर नौकरी पाने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को भी कहा है।
चलिये अब आपको बताते हैं कि सीएम के आदेश के बाद कौन-कौन सी परीक्षाएं रद्द होने जा रही हैं-
सबसे पहले है ग्राम पंचायत अधिकारी परीक्षा- विजिलेंस में मुकदमा दर्ज हैद
दूसरी है वन आरक्षी भर्ती परीक्षा-नकल के मुकदमे दर्ज हुए थे, लेकिन बंद हो चुके हैं
तीसरी है सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा- हाल ही में डीजीपी के आदेश पर एसटीएफ जांच में जुटी है
और चौथी है न्यायिक कनिष्ठ सहायक भर्ती परीक्षा- एसटीएफ जांच कर रही है।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री के आदेश के बाद स्नातक स्तरीय परीक्षा भी रद्द हो सकती है। इस परीक्षा में अब तक पूर्व भाजपा नेता हाकम सिंह समेत 22 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
धांधली के चलते अगर राज्य की ये तमाम परीक्षाएं रद्द की जाती हैं तो युवाओं को इसका फायदा और नुकसान दोनों होना है। ऐसे युवा जो इन परीक्षाओं में पास नहीं हो पाये उनके लिये तो मौका है लेकिन जो युवा ईमानदारी से परीक्षा देकर पास हुये थे उनके सामने दोबारा परीक्षा देने की चुनौती खड़ी हो जाएगी।