प्रयागराज में पिछले 76 घंटे से भी अधिक समय से पानी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। गंगा और यमुना दोनों नदियों ने शुक्रवार को डेंजर का निशान को भी पार कर लिया है। दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से अब तक 3 लाख की से ज्यादा की आबादी प्रभावित हो गयी है। इलाकों में पानी भर रहा है। 40 मोहल्ले और 120 गाव बढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं। कई हजार लोग बेघर हो चुके हैं। जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। पांच हजार से ज्यादा के लोग 13 बाढ़ राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं। गंगा यमुना का जलस्तर अभी और भी बढ़ने की अनुमान है। क्योंकि मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड से छोड़ा जा रहा पानी दोनों नदियों में पानी का स्तर बढ़ा सकता है जोकि बाढ़ जैसे परेशानिया खड़ी कर सकता है। गंगा और यमुना के तटीय क्षेत्रों से बाढ़ पीडि़तों का पलायन शुरू हो चुका है। अधिकारीयों की ओर से बाढ़ में फसे लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट होने के लिए कहा गया है। बाढ़ के पानी से बीमारियां होने के भी खतरा बढ़ गया है। अधिकारियों के मुताबिक दोनों नदियों के किनारे लाजों, निजी छात्रावासों व कमरों से 80 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं अपने घरों को चले गए हैैं