सुन नहीं सकते हैं ट्रॉय कोस्तूर, एक्टिंग के बल पर मिला ऑस्कर, रचा इतिहास
अमेरिका के लॉस एंजिल्स में पुरस्कार समारोह आयोजन किया गया था। इस समारोह में दुनियाभर के बड़े-बड़े कलाकार और फिल्म निर्देशक पहुंचे थे। इस बार के बेस्ट फिल्म का ऑस्कर अवॉर्ड फिल्म ‘कोडा’ (CODA) ने अपने नाम किया है। ‘कोडा’ (CODA) फिल्म के स्टार “ट्रॉय कोत्सुर” अब ऑस्कर जीतने वाले दूसरे बधिर(deaf) अभिनेता बन गए हैं। इससे पहले इस पुरस्कार को जीतने वाली पहली अभिनेत्री मार्ली मैटलिन थीं जिन्होंने ‘चिल्ड्रन ऑफ़ ए लेसर गॉड’ (1986) में बनी फिल्म के लिए ऑस्कर जीता था। मार्ली मैटलिन ने फिल्म कोड़ा में भी ट्रॉय कोस्तूर की पत्नी की भूमिका निभायी है।
ट्रॉय कोत्सुर जन्म से बोल और सुन नहीं सकते। वहीं उन्होंने सम्मान लेते समय सांकेतिक भाषा में कहा कि “यहां होना आश्चर्यजनक है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि मैं यहां हूं। मेरे काम को मान्यता देने के लिए धन्यवाद। मै सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ कि यह बधिर समुदाय, कोडा समुदाय, दिव्यांग समुदाय को समर्पित है। यह हमारा क्षण है!”
बता दें कि कोडा (CODA) एक किशोर लड़की के बारे में है। जो अपने परिवार की एक मात्र सुनने वाली सदस्य है। जो गाने में रूचि रखती है और इसी जूनून के साथ वह अपने परिवार के साथ जुड़ना सीख रही है।