एक्शन में ऊर्जा निगम, सरकारी विभागों में करोड़ों का बकाया
मार्च का महिना चल रहा है.. और इस दौरान कई घरों से लेकर दफ्तरों में बिजली गुल हो जा रही है. या यूं कहें बिजली के कनेक्शन काटे दिए जा रहे है. दरसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिजली चोरी रोकने एवं राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बाद ऊर्जा निगम हर साल की तरह इस साल भी राजस्व वसूली में लग गया है. जिसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत बिल का भुगतान ना करने वालों के कनेक्शन काट दिए जा रहे है.
रूड़की के रामनगर डिविजन में एक पूरी गली की बिजली बंद कर दी। केवल दो लोगों को अलग से केबल डालकर सप्लाई दी गई। साथ ही, निगम की 40 टीमों ने 3200 से अधिक बकायदारों का कनेक्शन काट दिया। कुछ ऐसा ही राजधानी देहरादून में भी ऊर्जा निगम के द्वारा कनेक्शन काटे जा रहे है. जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि बिना जानकारि दिए ही कनेक्शन काटे जा रहे है तो वहीं विभाग के अधिशासी अभियंता गौरभ सकलानी का कहना है कि कैंप लगा कर बिल जमा करने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है और कनेक्शन काटने से पहले बिल जमा करने को भी कहा जा रहा है.
बिजली का भुगतान जमा ना करने में कई सरकारी विभाग भी शामिल है जिन पर करोड़ो का बिजली का बिल बकाया है. जिनमें देहरादून नगर निगम, राज्य संपती विभाग, डिस्टीक जज और दून अस्पताल भी इसमें शामिल है. इन विभागों से संपर्क कर बिल भुगतान को कहा जा रहा. लेकिन भुगतान ना होने पर ऊर्जा निगम ने इन्हे 15 मार्च की डेड लाइन दी है. जिसके बाद विभाग के द्वारा कार्यवाही की बात कही गई है.
एक तरफ आम आदमी द्वारा बिजली का भुगतान ना करने पर कनेक्शन काट दिए जा रहे है तो वहीं दूसरी तरफ सराकरी विभाग ही बिजली का भुगतान नहीं कर पा रहे लेकिन उन पर इस तरह की कोई कार्यवाही फिलहाल नजर नहीं आ रही है. हालांकि ऊर्जा निगम ने 15 मार्च तक भुगतान करने को कहा है. अब देखना होगा कि 15 मार्च तक कितने सरकारी विभाग भुतान कर पाते है और जो विभाग बिजली भुगतान ना कर पाए क्या उस पर भी सख्त कार्यवाही होगी यह देखने वाली बात है. क्योंकि आम लोग तो इन दिनों भुगतान ना करने पर बेहत परेशान नजर आ रहे है..