मेरठ में कालीन कारोबारी जितेंद्र गुप्ता के ठिकानों पर ईडी की रेड, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर कार्यवाई
यूपी के मेरठ में कालीन कारोबारी शारदा एक्सपोर्ट के मालिक जितेन्द्र गुप्ता और
उनकी सहयोगी कंपनी हसैंडा प्रोजेक्ट्स के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी हुई है। ईडी ने दिल्ली, चंडीगढ़ और गोवा में 11 ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने एकसाथ छापेमारी की है। इस दौरान ईडी द्वारा संपत्ति के दस्तावेज, लैपटाप जब्त करने के साथ कई बैंक खातों की जानकारी ली जा रही है। कारोबारी पर आरोप है कि उन्होंने फ्लैट के नाम पर निवेशकों से 636 करोड़ की ठगी की है, जिसके चलते ये कार्यवाही की जा रही है।
कालीन कारोबारी ने अपनी सहयोगी कंपनी हसैंडा के जरिये मेरठ और नोएडा में लग्जरी फ्लैट बनाने के लिए लोटस-300 नाम से प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। इसके जरिये 330 फ्लैट बनाना शुरू किया। इन्हें बनाने के लिए कारोबारी ने निवेशकों से 636 करोड़ रुपये जुटाए। आरोप है कि कंपनी ने लोगों को फ्लैट देने के बजाय प्रोजेक्ट की सात एकड़ भूमि दूसरे बिल्डर को बेच दी।
इसके बाद निवेशकों ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में कंपनी और निदेशकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए थे। हाई कोर्ट के आदेश पर ईडी ने भी इस मामले की जांच शुरू की। ईडी का दावा है कि बैंक खातों और दफ्तर से मिले दस्तावेजों को देखा जा रहा है। जांच अभी जारी है। इसमें कई तरह की खामियां मिली है। सारे दस्तावेज देखने के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी। वहीं, इस मामले में नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों की भूमिका पर भी तमाम सवाल उठे थे, जो आने वाले समय में ईडी की जांच दायरे में आ सकते हैं।