देशभर में दुर्गा पूजा को अब कुछ दिन ही बचे हैं। शरद नवरात्रि 26 सितंबर से 5 अक्टूबर तक मनाई जायेगी। ऐसे में दुर्गा पंडाल का निर्माण जोरों पर हैं। दुर्गा पूजा के भव्य आयोजन के लिए कहीं-कहीं पर चंदा भी लिया जा रहा है। वहीं राजधानी देहरादून में भी इस बार दुर्गा पूजा को लेकर दुर्गा महोत्सव ईकोफ्रैंडली मूर्तियों के साथ मनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए कोलकाता से पहुंचे मूर्तिकार देहरादून में मिट्टी की मूर्तियां बना रहे हैं। मूर्तियों का आकर लगभग छह से आठ फ़ीट है। खास बात ये है कि छह से आठ फीट की इन मिट्टी की मूर्तियों की मांग शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से आ रही है। एक अक्टूबर (षष्टी) से शुरू होने वाला दुर्गा महोत्सव पांच अक्टूबर को विसर्जन के साथ संपन्न होगा। पूजा और पांडाल सजाने की तैयारी के साथ ही मूर्तियों की एडवांस बुकिंग चल रही है। वहीं, मूर्तिकारों में भी उत्साह देखने को मिल रहा है। दून में मुख्य रूप से आराघर, दुर्गाबाड़ी मंदिर बिंदाल, करनपुर, रायपुर, प्रेमनगर में दुर्गा महोत्सव के तहत भव्य मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। इसके लिए आयोजक तैयारी में जुट गए हैं। वहीं आपको बता दें कि देशभर में माँ दुर्गा की पूजा भव्य रूप से की जाती है। भारत में मैसूर पहले नंबर पर है, दूसरे पर कुल्लू मनाली, और तीसरे स्थान पर अल्मोड़ा का दशहरा। पुतले हों या फिर मां दुर्गा की भव्य और आकर्षक प्रतिमाएं, यहां की हर कला दशहरा त्योहार में चार चांद लगाती है। इन दिनों शहर में नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कलाकारों के द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।