जातिगत भेदभाव और छुआछूत की जैसे घटनाएं आज भी उत्तराखंड में देखने को मिलती है। जातिगत भेदभाव की ऐसी ही एक घटना अल्मोड़ा में सामने आयी है। यहां मिड-डे मील खिलाते समय दलित और सवर्ण बच्चों को अलग-अलग बैठाने का आरोप लगा है। आरोप है कि खाना परोसते वक्त दलित और सवर्ण बच्चों को अलग-अलग पंक्तियों में बैठकर परोसा जाता है। दलित बच्चों के साथ भेदभाव किया जाता है। बता दें कि मामला धौलादेवी ब्लॉक में स्थित प्राइमरी पाठशाला थली से जुड़ा है। ग्रामीणों ने यहां स्कूल प्रशासन पर दलित छात्रों संग भेदभाव करने का आरोप लगाया है। एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। ज्ञापन में बताया गया कि थली गांव निवासी हरीश राम का बेटा प्राइमरी स्कूल में पढ़ता है। बीते दिनों हरीश अपने बच्चे की पढ़ाई के बारे में जानकारी लेने के लिए स्कूल पहुंचे तो वहां उन्होंने देखा कि दलित और सवर्ण बच्चों को अलग-अलग बैठाकर मिड डे मील परोसा गया। दलित छात्र अलग लाइन में बैठकर खाना खा रहे थे। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि दलित बच्चों संग भेदभाव हो रहा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वो आंदोलन करेंगे। वहीं एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि जांच कर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।