‘बोल बम’ के जयकारों से गूंजी धर्मनगरी हरिद्वार, कांवड़ यात्रा हुई शुरू
देहरादून- कोरोना संक्रमण के चलते करीब दो साल से कांवड़ यात्रा पर लगी पाबंदी हटा दी गई है। यात्रा को मंजूरी मिलते ही धर्मनगरी हरिद्वार में शिव भक्तों को जमावड़ा शुरू हो गया है। बड़ी संख्या में कांवड़िये गंगा जल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं। कावड़ यात्रा से पाबंदी हटने के बाद धर्मनगरी पहुंच रहे कांवड़ियों के चहरों पर खुशी देखी जा सकती है। 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर इस बार कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। जिसको लेकर प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। कोरोना की वजह से पिछले दो सालों से कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ था। जिसकी वजह से कावड़िये निराश थे। अब प्रतिबंध हटने के बाद महाशिवरात्रि के पर्व से पहले काफी संख्या में कावड़िये धर्मनगरी में कांवड़ लेने पहुंच रहे हैं। श्रावण पक्ष में हरियाणा से अधिक कांवड़ आते है। इसके साथ बिजनौर, नूरपुर, नगीना, नजीवाबाद, बरेली से भी भक्त अधिक कांवड़ लेकर आते हैं। इस बार भी हरियाणा से बड़ी संख्या में कांवड़िये कांवड़ लेने धर्मनगरी में पहुंच रहे हैं। यहां के बाजार भी कांवड़ियों से गुलजार हो गए हैं। 1 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर हर कोई शिवमयी हो जाएगा। फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत श्रवण मास के 30 दिनों के व्रत के बराबर होता है। इस दिन कांवड़िये भगवान शिव का अभिषेक करते हैं।