साइबर ठगों की हिम्मत इतनी बढ़ गयी है कि अब डीएम और एसएसपी को भी नहीं छोड़ रहे हैं। साइबर ठगों ने देहरादून के जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार का फोटो लगाकर व्हाट्सअप से अधिकारीयों को मैसेज भेजा। ताकि झांसे में लेकर कुछ रकम ऐंठी जा सके। हालाकि अधिकारीयों की सतर्कता के चलते मामला पकड़ में आ गया। मामला विकासनगर का है जहां उप जिलाधिकारी विनोद कुमार के व्हाट्सअप में एक मैसेज आया जिसमें जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार की फोटो लगी हुई थी। उप जिलाधिकारी कुछ समझ पाते इसके तुरंत बाद दूसरा मैसेज आया “आप इस समय कहां हैं।” उप जिलाधिकारी विनोद कुमार मैसेज का जवाब देने ही वाले थे कि तभी तीसरा मैसेज आया। उप जिलाधिकारी मैसेज देखकर असमंजस में पड़ गए। उन्हें संदेह हुआ, मैसेज में कहा गया था कि “मैं एक जरुरी मीटिंग में हूँ और कुछ जरुरी मदद चाहिए।” कुछ देर सोचने के बाद उप जिलाधिकारी विनोद कुमार ने जिलाधिकारी राजेश कुमार को फ़ोन कर मैसेज के बारे में बताया तो उन्होंने ऐसे किसी भी मैसेज से इंकार कर दिया। साथ ही जल्द इस मामले की जांच के आदेश दे दिये। जिसके बाद इस मामले की जानकारी साइबर सेल को दी गयी। जांच के दौरान पता चला कि राजस्थान में किसी स्थान से यह फेक आईडी संचालित की जा रही थी। डीएम ने कहा कि मैसेज भेजने वाले का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी डॉ राजेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि कोई व्यक्ति उनकी व्हाटसएप पर फोटो लगाकर कॉल या मैसेज करे तो तत्काल पुलिस या साइबर सेल के नंबर 1930 पर शिकायत करें।