रोते-बिलखते लोग और सूना पड़ा जाखन गांव, नहीं हो पाएगी गांव वालों की वापसी
बीते दिनों जाखन गांव में हुये भारी भूस्खलन से गांव के 10 घर जमींदोज हो गये थे। इसके बाद गांव वालों ने एहतियातन घर खाली कर दिये थे। उस वक्त गांव वालों को ये भरोसा तो था कि कुछ दिनों बाद वो शायद वापस गांव लौट आएंगे। लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि अब ये गांव रहने लायक नहीं बचा है यहां की जमीन कभी भी खिसक सकती है जो गांव के दर्जनों घरों को जमींदोज कर दे देगी।
गांव वालों को जब लगा कि अब उनकी वापसी शायद कभी न हो पाए तो इसके बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। ये तस्वीरें अपने आप में बहुत कुछ कह जाती हैं। जिस घर को अपने खून-पसीने और मेहनत की कमाई से कभी खड़ा किया था अगर उसे हमेशा हमेशा के लिये छोड़ना पड़े तो दर्द ऐसे ही आंखों से बहने लगता है।
स्थानीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने भी इस बात का साफ इशारा किया है कि जाखन गांव में शायद ही अब कभी गांव वाले वापस लौट पाएं।
आपको बता दें कि गांव खाली करा प्रशासन ने सभी गांव वालों को आस-पास के स्कूलों में ठहराया है। सरकार ने गुजारे- भत्ते के तौर पर ग्रामीणों को हर महीने 4 हजार रूपये देने की घोषणा की है। मगर अपनी आंखों के सामने गांव को मिटते देख जाखन गांव के लोग गहरे सदमे में आ चुके हैं।