इस सीट से उप चुनाव लड़ सकते हैं सीएम धामी, बदले में विधायक को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
देहरादून – खटीमा से चुनाव हारने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी के सामने अब उप चुनाव की चुनौती खड़ी है। इसके लिये सीएम धामी के लिये सुरक्षित सीट तलाशी जा रही है। यूं तो सीएम धामी के चुनाव हारते ही करीब आधा दर्जन विधायकों ने आगे आकर उनके लिये सीट छोड़ने की पेशकश की थी। लेकिन सीएम धामी उप चुनाव की गंभीरता को देखते हुये ऐसी किसी सीट पर हाथ नहीं डालना चाहते जहां उनकी राह मुश्किल हो जाए। लिहाजा भाजपा ऐसी किसी सीट की तलाश कर रही है जो पारंपरिक रूप से भाजपा की सीट हो। ऐसे में इस वक्त दो सीटों को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। जिसमें एक सीट है डीडीहाट और दूसरी है कालाढूंगी। ये दोनों की सीटें पारंपरिक रूप से भाजपा की रही हैं। इन सीटों पर कांग्रेस ने कभी कोई चुनाव नहीं जीता। परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई डीडीहाट और कालाढूंगी सीट में भाजपा लगातार चुनाव जीतते हुये आई है। बताया जा रहा है कि बिशन सिंह चुफाल से सीट खाली करवाकर उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है। अगले साल उत्तराखण्ड में राज्यसभा की एक सीट खाली हो रही हैै। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा का कार्यकाल पूरा हो रहा है और वह पिथौरागढ़ से ही आते हैं। दूसरी सेफ सीट कालाढूंगी की है जहां भाजपा लगातार जीतती आई है। इस बार भी बंशीधर भगत ने अपने विरोधी कांग्रेस के महेश शर्मा पर 24 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। बंशीधर अगर सीट छोड़ते हैं तो उन्हें राज्यपाल या राज्यसभा भेजा जा सकता है।