चारधाम यात्रा ने पकड़ी रफ्तार, अबतक 9.50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु करा चुके हैं पंजीकरण
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा रफ्तार पकड़ने लगी है। तीन मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए अबतक 9.50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। सबसे ज्यादा पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या ने शासन प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि भीड़ ज्यादा बढ़ने पर बिना पंजीकरण वाले श्रद्धालुओं को पुलिस रोक भी सकती है। ऐसा वहां पर भीड़ नियंत्रण में आ रही समस्याओं को देखते हुए निर्णय लिया गया है। यह समस्या ज्यादातर केदारनाथ धाम में हो रही है। वहीं डीजीपी ने चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील कि है कि वह पंजीकरण कराने के बाद ही दर्शनों के लिए आएं।
एक तरफ चारधाम यात्रा अपने चरम पर है रिकॉर्ड श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। वहीं कई जगहों से पुलिसकर्मियों के यात्रियों से अभद्रता के भी कई मामले सामने आ रहे हैं। हरिद्वार, उत्तरकाशी आदि से ऐसे मामले सामने आ चुके हैँ। अभी हाल ही में उत्तरकाशी के बड़कोट में पुलिसकर्मी द्वारा यात्री से अभद्रता करने पर डीजीपी ने उस पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। वहीं डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि जब भीड़ अधिक हो जाती है तो ऐसे मामले सामने आते हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन व्यव्सथा को बेहतरने बनाने का कार्य कर रहा है।
चारधाम यात्रा के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने चारोधामों को सेक्टर में बांटा गया है जिसके तहत गौरीकुंड से सोनप्रयाग, कुंड से गुप्तकाशी के साथ ही अन्य क्षेत्रों को सेक्टर में बांटा गया है। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि यमुनोत्री गौरीकुंड और केदारनाथ के लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स के बावजूद भी एक एक प्लाटून पीएसी तैनात की गई है।