शीतकाल के लिये समाप्त हुई चारधाम यात्रा, चारधामों में से तीन के कपाट बंद
प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का शीतकाल के लिये लगभग समापन हो गया है। चारधामों में से तीन धामों के कपाट शीतकाल के लिये बंद हो गये हैं। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नंवबर को बंद किये जाएंगे।
केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट रविवार को भाई दूज के मौके पर वैदिक अनुष्ठानों के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. इस दौरान यहां बड़ी संख्या में तीर्थयात्री, मंदिर समिति और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने का समारोह देखने के लिए 18,000 से ज्यादा तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे.
अब 6 महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में की जाएगी. कपाट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली की यात्रा निकाली गई. इस साल बाबा केदार के दरबार पर साढ़े 16 लाख भक्तों ने माथा टेका.
इससे पहले 2 नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद किये गये थे।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट इस साल 17 नवंबर को बंद हों जाएंगे. इसके साथ ही चारधाम यात्रा शीतकाल के लिये समाप्त हो जाएगी। 17 नवंबर तक तीर्थ यात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैं।
इस साल अब तक 44 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने चारधामों के दर्शन किये हैं।