उत्तराखंड के चार नेताओं को सीबीआई का नोटिस, 7 साल पुराने सि्ंटग मामले में हरकत में आई सीबीआई
साल 2016 में कांग्रेस की सरकार गिरने के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत के सि्ंटग का मामला फिर तूल पकड़ने लगा है। इस मामले में 6 साल बाद अचानक सीबीआई जाग गई है और उसने उत्तराखंड के चार दिग्गज नेताओं को नोटिस जारी कर दिये हैं।
सि्ंटग मामले में जिन नेताओं को नोटिस हुये हैं उनमें सबसे पहले है पूर्व सीएम हरीश रावत, दूसरे हैं पूर्व मंत्री और 2016 में बगावत करने वाले डॉ.हरक सिंह रावत, तीसरे सि्ंटग करने वाले तब के पत्रकार और वर्तमान में विधायक खानपुर उमेश कुमार और तीसरे नेता हैं विधायक मदन बिष्ट। इन चारों को सीबीआई ने ये कहते हुये नोटिस जारी किया है कि इनकी आवाज के सेंपल लिये जाने हैं। आपको बता दें कि इस सि्ंटग में कथित तौर पर पूर्व सीएम हरीश रावत पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगा था।
ऐसे में अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इतने लंबे समय बाद सीबीआई को इस मामले की अचानक याद कैसे आ गई। दिलचस्प संयोग ये भी है कि इस प्रकरण में जिन नेताओं को सीबीआई के नोटिस जारी हुये हैं वो इस वक्त हरिद्वार की राजनीति के सबसे चर्चित चेहरे बने हुये हैं। लोक सभा चुनाव सर पर है, पूर्व सीएम हरीश रावत हरिद्वार से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं, डॉ.हरक सिंह रावत भी इसी सीट से टिकट मांग रहे हैं, और विधायक उमेश कुमार हरिद्वार में लोकसभा चुनाव को लेकर जिस गणित पर चल रहे हैं उस पर सबकी नजर है।