बस खस्ताहाल… अस्पताल बदहाल… ड्राइवर मानसिक बीमार… अल्मोड़ा बस हादसे का कौन है जिम्मेदार?
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में कल हुये सड़क हादसे में 10 महिलाओं सहित 36 लोगों की मौत हो गई। जबकि 27 लोग घायल हो गये। अब सवाल खड़े हो रहे हैं आखिर इन 36 मौतों का जिम्मेदार कौन है।
सवाल नम्बर एक- हर माह सरकार सड़क सुरक्षा समिति की बैठक करती है, कुछ दिन पहले सूबे की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने देहरादून में खुद ये बैठक ली थी, ऐसी बैठकों का फायदा क्या जब हादसों को रोकने के इंतजाम होते ही नहीं।
सवाल नम्बर 2- जो बस हादसे का शिकार हुई, वो 42 सीटर थी तो उसमें 63 से ज्यादा यात्री कैसे ठूंस दिये गये, परिवहन विभाग कहां सो रहा था। बताया ये भी जा रहा है कि बस की कामानी टूटी थी, अगर ऐसा है तो पहाड़ों में चलने वाले वाहनों का फिटनेस टैस्ट कौन करेगा?
सवाल नम्बर 3- बताया जा रहा है कि बस ड्राइवर मानसिक रूप से परेशान था, उसे बार बार पैसों के लिये फोन आ रहे थे, पर्वतीय इलाकों में वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की मानसिक स्थिति की कौन जांच करेगा?
सवाल नम्बर 4- बस हादसा सुबह 7 बजे हुआ, लेकिन घटना स्थल पर 9 बजे एंबुलेंस पहुंची। रामनगर अस्पताल लाये गये घायलों के लिये समुचित इलाज उपलब्ध नहीं हो पाया, तो कई घायलों को अस्पताल से रैफर कर दिया गया, आखिर पहाड़ों के नजदीक मौजूद सरकारी अस्पतालों में इंतजाम कब होंगे।
सवाल नम्बर5- सरकार ने घायलों के लिये हैलीकॉप्टर भेजा लेकिन वो रामनगर से घायलों को लेने पहुंचा, क्या ये हेलीकॉप्टर घटना स्थल के आस-पास नहीं उतर सकता था।
ये वो तमाम सवाल हैं जो अब सरकार से पूछे जाने चाहिए। आखिर कब तक पहाड़ों की बदहाल सड़कों पर खामियों से भरा सिस्टम लोगों की जान लेता रहेगा।