देहरादून- उत्तराखण्ड के युवा क्रिकेटर आर्य सेठी को जान से मारने की धमकी देने और फिरौती मांगने के मामले में सीएयू के सचिव महिम वर्मा समेत 7 आरोपरी अभी भी दून पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाये हैं। इस बीच सीएयू के सचिव महिम वर्मा गिरफ्तारी से बचने के लिये नैनीताल हाईकोर्ट पहुंच गये हैं। उन्होंने गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। शनिवार और रविवार के चलते आज और कल कोर्ट बंद है ऐसे में महिम वर्मा की याचिका पर सोमवार को सुनवाई हो सकती है।
इधर दून पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में आरोपियों की तलाश में बकायदा एसओजी का गठन भी किया है मगर लाख कोशिशों के बाद महिम वर्मा और दूसरे आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस नाकाम साबित हुई है। आपको बता दें कि क्रिकेटर आर्य सेठी के पिता वीरेंद्र शेट्टी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बेटा आर्य सेठी उत्तराखंड के सीनियर क्रिकेट टीम का सदस्य है। 11 दिसंबर 2021 को राजकोट में विजय हजारे ट्रॉफी में अभ्यास मैच के दौरान टीम के कोच मनीष झा ने आर्य सेठी की पिटाई कर दी थी। ऐसे में आर्य सेठी ने इसकी शिकायत सीएयू के सचिव महिम वर्मा से की जिसके बाद महिम वर्मा ने इस संबंध में टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा, कोच मनीष झा और वीडियो एनालिसिस पीयूष रघुवंशी से बात की। आरोप है कि इसके बाद तीनों ने आर्य सेठी को एक कमरे में बुलाया और उसे जान से मारने की धमकी दी। वहीं, जब इस संबंध में आर्य ने सीएयू सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला सुलझाने के लिए 10 लाख रुपए देने पड़ेंगे वरना आर्य सेठी का करियर बर्बाद कर देंगे। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर एसओजी की टीम तो गठित कर दी लेकिन अभी तक महिम वर्मा पुलिस की पकड़ से बाहर है। अब महिम वर्मा ने गिरफ्तारी पर रोक के लिये हाईकोर्ट का रूख किया है। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं क्या महज दो दिन में महिम वर्मा की गिरफ्तारी हो पाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हाईकोर्ट से महिम वर्मा को बड़ी राहत मिल सकती है।