Friday, April 26, 2024
अंतरराष्ट्रीय

रूस-यूक्रेन युद्ध से बीयर के शौकीन टेंशन में, इस गर्मी महंगी हो सकती बीयर

रूस और यूक्रेन के बीच रहे युद्ध से दुनियाभर के आर्थिक चक्र को हिला कर रख दिया है। पेट्रोल-डीजल, गैस की कीमतें बढ़ने की आशंका अभी से लगाई जा रही है। इतना ही नहीं रूस-यूक्रेन युद्ध से बीयर बाजार को भी बड़ा झटका लगने की आशंका है। गर्मियों का मौसम शुरू होने को है। इस सीजन का खास तौर पर बीयर कंपनियों को इंतजार रहता है क्योंकि इसी सीजन में उसकी सेल सबसे अधिक होती है। बीयर कंपनियां गर्मियों को लेकर उत्साहित थी लेकिन रूस-यूक्रेन विवाद ने उन्हें टेंशन में डाल दिया है।

इन कंपनियों को अपनी सप्लाई चेन बाधित होने की आशंका लग रही है। दरअसल रूस और यूक्रेन दोनों ही देश गेहूं, जौ जैसी फसलों के सबसे बड़े उत्पादकों में से हैं। रूस दुनिया का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है। निर्यात के मामले में भी वह नंबर एक पर है जबकि गेहूं के निर्यात में यूक्रेन चौथे नंबर पर है। ग्लोबल एक्सपोर्ट में अकेले इन देशों की हिस्सेदारी 25 फीसदी है। वहीं जौ के मामले में भी इन दोनों की गिनती टॉप 5 एक्सपोर्टर्स में होती है। बीयर बनाने में सबसे ज्यादा जौ का इस्तेमाल होता है। इसी तरह बियर बनाने में गेहूं का भी जमकर यूज होता है। रूस और यूक्रेन के तनाव के चलते जौ-गेहूं की वैश्विक आपूर्ति में बाधा आनी तय है और यदि ऐसा होता है तो बीयर की कीमतों में भारी उछाल आनी तय है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन संकट बीयर इंडस्ट्री के मार्जिन को कम कर सकता है। जौ की कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं। शॉर्ट एंड मीडियम टर्म में निश्चित तौर पर जौ की वैश्विक कीमतों पर यूक्रेन का असर होने वाला है। अभी यह देखा जाना बाकी है कि इस असर को कम करने के लिए बीयर कंपनियां तुरंत रिएक्ट करती हैं और दाम बढ़ाने का निर्णय करती हैं या नहीं। आपको बता दें कि भारत में बीयर की बिक्री की बात करें तो मार्च से जुलाई के दौरान ही 40 से 45 फीसदी बीयर की बिक्री होती है। बीयर कंपनियों का अनुमान था कि कोरोना के कारण लगातार 2 सीजन खराब होने के बाद इस साल उनकी बिक्री सालाना आधार पर 40 फीसदी बढ़ सकती है। कोरोना के मामले कम होने के कारण रेस्तरां, बार और क्लब आदि दोबारा खुलने लगे हैं। पर्यटन क्षेत्र भी धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा है लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरा गणित बिगाड़ दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *