हरीश रावत के अलावा ये पांच पूर्व सीएम भी नहीं डाल पाए वोट, कोई बीमार तो किसी का नाम गलत
निकाय चुनाव में बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम वोटिंग लिस्ट से कटने का मुद्दा अभी भी सुर्खियों में है। क्योंकि सैंकड़ों आम लोगों के साथ कई वीवीआईपी भी अपने वोट का प्रयोग नहीं कर पाये। इसमें राज्य के छह पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा वोट नहीं कर पाने का मुद्दा भी सुर्खियों में है।
नगर निकाय चुनाव में उत्तराखंड के छह पूर्व मुख्यमंत्री वोट नहीं डाल पाए।
दरअसल, हरीश रावत के वोट न कर पाने का मामला सोशल मीडिया पर खूब गरमाया। हरीश रावत का नाम डिफेंस कालोनी में वोटिंग लिस्ट में दर्ज था मगर वो कहीं और अपना नाम खोजते रहे। जिसके चलते वो वोट डालने से वंचित रहे गये।
इसके अलावा पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी भी अपने वोट का प्रयोग नहीं कर पाये। भगत सिंह कोश्यारी का वोट पिथौरागढ़ में है। मतदाता सूची में गलत नाम के कारण वे वोट नहीं कर सके।
वहीं, पूर्व सीएम रिटायर्ड मेजर जनरल बीसी खंडूरी बीमार और अस्पताल में भर्ती होने के कारण वोट नहीं कर पाए।
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। जिसके चलते वो भी निकाय चुनाव में वोट डालने नहीं आये।
वहीं, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की बात करें तो वो भी इस वक्त दिल्ली में हैं, उनका भी स्वास्थ्य खराब बताया जा रहा है।
एकमात्र पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत रहे जिन्होंने अपने वोट का प्रयोग किया।
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत और वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी का वोट ग्रामीण क्षेत्र में होने के चलते वो निकाय चुनाव के वोटर नहीं थे।