अमेरीका-रूस आमने-सामने, दोनों देश अपनी सेनाओं को आगे बढ़ाने पर अड़े
रूस यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। जहां एक तरफ रूसी सेना और ट्रकों के यूक्रेन की तरफ बढ़ने की खबर सामने आ रही है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ किया है कि वह नाटो देशों की मदद के लिए सेना भेज रहे हैं। सूत्रों के अनुसार रूस के 100 से अधिक टैंको का काफिला यूक्रेन की सीमा की ओर बढ़ता नजर आया है। रूसी सेना का काफिला बेलगोरोड इलाके में यूक्रेनी सीमा की ओर बढ़ता नज़र आया है। यूक्रेन की सीमा की तरफ रूसी सैनिकों के जाने की खबर तब सामने आई है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद ये साफ किया कि यूक्रेन में सेना भेजने को लेकर अभी निर्णय नहीं लिया गया है। रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि हमने यूक्रेन में सेना भेजने को लेकर अभी आदेश नहीं दिया है। साथ ही पुतिन ने कहा है कि हालात को देखते हुए सैनिकों की तैनाती को लेकर फैसला लिया जाएगा। सेना की तैनाती समझौते के मुताबिक ही की जाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि यूक्रेन के साथ विवाद का हल हो सकता है अगर यूक्रेन नाटो में शामिल ना हो। वहीं रूस के सेना आगे बढ़ने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अमेरिका नाटो बॉल्टिक के सहयोगी देशों को बचाने के लिए सेना भेज रहा है। बता दें कि यूक्रेन की ओर स्थित एक पावर प्लांट में मंगलवार सुबह धमाका हुआ, जिसमें यूक्रेन के दो नागरिक मारे गये और 12 अन्य घायल हो गये। रूस के इस कदम से पश्चिमी देशों में काफी रोष व्याप्त है और उन्होंने उस पर प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी है। साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस के पांच बैंकों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि रूस की कंपनियां अब स्टर्लिग और डॉलर में पूंजी नहीं जुटा पायेंगी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी नागरिकों को विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में कारोबार न करने को कहा है। जर्मनी के चांसलर ओलफ शोल्ज ने रूस के कई अरब डॉलर की नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैर पाइप परियोजना को मंजूरी न देने का फैसला किया है। वहीं नाटो ने यूक्रेन के साथ आपातकालीन बैठक बुलाई है।