निकायों के बाद पंचायतें भी हुईं प्रशासकों के हवाले, 6 महीने का होगा कार्यकाल
समय पर चुनाव नहीं होने के चलते उत्तराखंड की पंचायतें भी अब प्रशासकों के हवाले हो गई हैं। इससे पहले चुनाव में देरी के चलते राज्य के निकायों में भी प्रशासक बिठाये जा चुके हैं।
हरिद्वार जिले को छोड़कर अन्य सभी 7,477 ग्राम पंचायतों में आज से प्रशासक नियुक्त कर दिये गये हैं। जिनका कार्यकाल अगले छह महीने तक होगा। इस बीच सरकार को पंचायतों के चुनाव कराने होंगे।
पंचायतों का कार्यकाल 27 नवंबर यानी आज ही समाप्त हुआ है।
ग्राम पंचायतों में सहायक विकास अधिकारियों को प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है। प्रशासक नियुक्ति की जिम्मेदारी शासन ने जिलाधिकारियों को दी है, जो एसडीएम आदि को पंचायतों में प्रशासक के तौर पर नियुक्त कर सकते हैं।
आपको बता दें कि कोरोना काल के चलते पंचायतों का काम 2 साल अवरूद्ध रहा था, ऐसे में पंचायत प्रतिनिधि सरकार से मांग कर रहे थे कि उनका कार्यकाल बढ़ा दिया जाए लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया, बल्कि पंचायतों में भी प्रशासक की नियुक्त कर दिये गये हैं।