देश में समान नागरिक संहिता को लेकर लगातार चर्चा गर्म है। कुछ लोग समान नागरिक संहिता के पक्ष में बोल रहे हैं। तो कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने राज्य में समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात कही थी। सरकार बनने के बाद उत्तराखंड में एक कमेटी का भी गठन किया गया। लेकिन सवाल यह है कि उत्तराखंड में कब से लागू किया जाएगा? इसी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता का विरोध करने वालों को कड़ी नसीहत दी। उन्होंने कहा है कि समान नागरिक संहिता समाज के हक में है और हमारी सरकार इसे हर हाल में लागू करके रहेगी। साथ ही सीएम धामी ने ये भी कहा है कि “समान नागरिक संहिता का विरोध वही लोग कर रहे हैं, जिन्हें अपनी ठेकेदारी छिन जाने का डर है। ये वही लोग हैं जिन्होंने सदियों तक महिलाओं को पुरुष मानसिकता की बेड़ियों में जकड़े रखा था।”
बता दें कि बीते दिन गुजरात के नवनियुक्त मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता का विरोध करने वालों को कड़ी नसीहत दी है। धामी ने कहा कि देश संविधान और कानून से चलता है। यह किसी के हाथ की कठपुतली नहीं है और न ही बनने देंगे। समान नागरिक संहिता समाज के हक में है और हमारी सरकार इसे हर हाल में लागू करके रहेगी।