पौड़ी अस्पताल की बदइंतजामी पर प्रशासन का जवाब, कहा बिजली की तार जल गई थी, इसलिये बंद करनी पड़ी बिजली
पौड़ी बस हादसे के बाद जिला अस्पताल में मोबाइल की रोशनी से इलाज होने की घटना देश और दुनिया में वायरल हो गई। उत्तराखंड की बदलहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल उठे तो अब पौड़ी जिला प्रशासन का इस मामले में जवाब सामने आया है।
एसडीएम ने जिलाधिकारी पौड़ी को लिखित जवाब में बताया है कि बस दुर्घटना वाले दिन शाम के वक्त इलाके में बिजली का तार जल गया था। जिसके चलते बिजली कर्मचारियों ने यहां लाइट बंद की थी। इसी दौरान अस्पताल में हादसे में घायल यात्री पहुंच गये। लेकिन अस्पताल में बिजली केवल 10 मिनट के लिये गायब थी और इसके बाद बहाल कर दी गई थी।
प्रशासन अब इस बात का दावा भी कर रहा है कि अस्पताल में एक दर्जन डॉक्टर तैनात किये गये थे, मरीजों का प्राथमिक उपचार सुव्यवस्थित तरीके से हुआ और उसके बाद घायलों को एंबुलेंस द्वारा श्रीनगर अस्पताल को रैफर किया गया।
आपको बता दें कि दो दिन पहले पौड़ी में बस हादसा हुआ, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई, 21 लोग घायल हुये। जब घायल पौड़ी अस्पताल लाये गये तो उनका इलाज मोबाइल की रोशनी से किया गया, क्योंकि अस्पताल में लाइट ही नहीं थी।