काम नहीं आये आप के मुफ्त वादे! एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी दूर-दूर तक नहीं
देहरादून- बीते दिन आये तमाम एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी के लिये खुशी और गम साथ आये। जहां पंजाब में आप की सरकार बनती दिखी वहीं उत्तराखण्ड में आम आदमी पार्टी का दूर-दूर तक नामों निशान नहीं दिखा। तमाम मुफ्त वादों के साथ उत्तराखण्ड की राजनीति में कूदी आम आदमी पार्टी का सरकार बनाने दावा हवा हवाई साबित होता दिख रहा है। बीते दिन आये तमाम एग्जिट पोल में आप दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आई। केवल एक एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी को अधिकतम 6 सीटें दी हैं। जबकि लगभग आधे से अधिक एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी का खाता भी नहीं खुल पा रहा। अगर 10 तारीख को एग्जिट पोल नतीजों में तब्दील होते हैं तो यह आम आदमी पार्टी के लिये बड़ा झटका होगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली मॉडल को आगे कर उत्तराखण्ड में सरकार बनाने का दावा कर रहे थे। इसके लिये उन्होंने उत्तराखण्ड में मुफ्त वादों की झड़ी लगा दी थी। बिजली-पानी फ्री, महिलाओं की बस में सवारी फ्री, सभी को नौकरी और 5000 का बेरोजगारी भत्ता, 18 से उपर हर महिला को प्रतिमाह 1000 रूपये समेत कई अन्य वादे किये गये थे। आम आदमी पार्टी ने खुद को उत्तराखण्ड में तीसरे विकल्प के तौर पर स्थापित करने की भरसक कौशिश की थी। यहां तक कि अरविंद केजरीवाल ने लगातार सरकार बनाने का दावा भी कर रहे थे। लेकिन एग्जिट पोल से लगता है कि सूबे की जनता ने आम आदमी पार्टी को स्वीकार नहीं किया है। हालांकि पहली बार उत्तराखण्ड में चुनाव लड़ी रही पार्टी के पास खोने के लिये कुछ भी नहीं था। फिर भी 4-6 फीसदी का वोट शेयर पाती दिखाई दे रही जो पार्टी के लिये संतोष करने के लिये काफी होगा।