Uttarakhand – केजरीवाल माॅडल बनाम त्रिवेंद्र रावत माॅडल’ सिसोदिया ने दे दी सीएम रावत को Direct चुनौती
दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक खत लिखा है जिसका मजमून है –
“त्रिवेंद्र रावत जी द्वारा किए गए केवल पांच काम गिनाए जाने की चुनौती‘ के जवाब में आपने 20 दिसंबर 2020 को मीडिया में यह कहते हुए खुला निमंत्रण दिया था कि मैं जहां चाहूं, आप मुझे अपनी सरकार के 100 काम गिनवा सकते हैं। आपने यह भी कहा कि मैं चाहूं तो देहरादून आ जाऊं या चाहें, तो आपको दिल्ली बुला लूं। मैंने स्वयं मीडिया में आपका यह वक्तव्य देखा और मुझे बहुत खुशी हुई कि आप शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि के कार्य पर खुली बहस के लिए तैयार हैं और ‘केजरीवाल माॅडल बनाम त्रिवेंद्र रावत माॅडल‘ पर देहरादून या दिल्ली में कहीं पर भी चर्चा के लिए तैयार हैं।

उत्तराखंड की जनता के लिए यह बहुत ही शानदार अवसर होगा कि उनकी चुनी हुई सरकार विपक्ष के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि के मुद्दे पर खुली बहस करें। एक आम नागरिक के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता कि वह अपने वर्तमान और भावी नेताओं को स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी आदि के मुद्दों पर खुली बहस करता हुआ देखें और उसी के आधार पर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करे। उत्तराखंड के लोग पिछले 20 सालों से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके नेता उनके जीवन से जुड़े असली मुद्दों पर बात करें।

उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत को पत्र लिख कर बहस के लिए आमंत्रण देने वाले सिसोदिया 4 जनवरी बहस करने आ रहे है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को पत्र लिख कर 4 जनवरी को सुबह 11 बजे आईआरडीटी आडिटोरियम में ‘केजरीवाल माॅडल बनाम त्रिवेंद्र रावत माॅडल’ पर खुली बहस के लिए निमंत्रण दिया है। साथ कहा कि मैं दिल्ली के कार्यों पर चर्चा के लिए आपको 6 जनवरी को दिल्ली आने के लिए निमंत्रित करता हूं, मैं आपको केजरीवाल सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों, अस्पताल, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा और ईमानदार राजनीति आदि के क्षेत्रों में हुए अभूतपूर्व कार्य को दिखाउंगा।

डिप्टी सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों के लिए इससे अच्छा कुछ और नहीं हो सकता कि वे अपने वर्तमान और भावी नेताओं को स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी आदि मुद्दों पर खुली बहस करता देखे और उसी आधार पर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मेरे संज्ञान में यह बात सामने आई है कि त्रिवेंद्र रावत सरकार ने पिछले 4 साल में उत्तराखंड के लोगों के लिए कोई उपयोगी काम नहीं किया है। लोग उनका परिचय ‘जीरो वर्क सीएम’ कह कर देते हैं। अब इस बदले हुये सियासी माहौल मे देखते है कि क्या पहली बार विकास के नाम पर सियासी सवाल जवाब भी पहाड़ की जनता देखेगी या ये सिर्फ़ एक ड्रामा बन कर रह जायेगा ।