जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा था शख्स, एन वक्त पर देवदूत बनकर पहुंची उत्तराखंड पुलिस
देहरादून– उत्तराखंड मित्र पुलिस ने मानवता की एक और मिसाल कायम की है। पुलिस ने एक ऐसे शख्स की जान बचाई है जो अगले ही क्षण फांसी लगाकर आत्महत्या करने जा रहा था। लेकिन पुलिस ने ऐन वक्त पर घटनास्थल पर पहुंचकर आत्महत्या कर रहे शख्स की जान बचा ली। जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा।
दरअसल मामला रायवाला के प्रतीत नगर में रहने वाले एक परिवार से जुड़ा है। परिजनों ने थानाध्यक्ष रानीपोखरी शिशुपाल सिंह राणा को रविवार 12:00 बजे फोन पर सूचना दी कि परिवार के सदस्य ललित मोहन बर्त्वाल बिना बताए अचानक घर से गायब हो गए हैं। परिजनों ने बताया की ललित पर काफी कर्जा चढ़ा हुआ है और वह लंबे समय से मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। परिजनों ने यह भी चिंता जताई की ललित आत्महत्या का कदम भी उठा सकते हैं। इस बीच थाना रायवाला की ओर से ललित की लोकेशन भी रानीपोखरी थाने को भेजी गई, जिसमें ललित की लोकेशन रानीपोखरी से नरेंद्र नगर को जाने वाली सड़क से लगे जंगल में आ रही थी। यह इलाका जनपद टिहरी में मौजूद है बावजूद इसके थानाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राणा द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए लोकेशन पर चीता मोबाइल की टीम को रवाना कर दिया। चीता मोबाइल टीम द्वारा इस इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और कुछ ही देर में पुलिस ललित तक पहुंचने में कामयाब हो गई। पुलिस जिस वक्त ललित के करीब पहुंची उस वक्त ललित पेड़ में रस्सी डालकर फंदा लगा चुका था और अगले ही क्षण वह फांसी में झूलने जा रहा था। इससे पहले ही पुलिस ने ललित को समझा-बुझाकर पेड़ से नीचे उतार लिया और उसकी जान बचा ली। पुलिस ललित को लेकर रानीपोखरी थाने में पहुंची, जहां पुलिस ने ललित को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के इस नेक काम से परिजन खासे खुश दिखाई दिए और उन्होंने नम आंखों से उत्तराखंड पुलिस का शुक्रिया अदा किया। और कहा कि वह हमेशा रानीपोखरी पुलिस के आभारी रहेंगे।
थाना रानीपोखरी पुलिस द्वारा तत्काल सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति की जान बचाने पर देहरादून के एसएसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में शिशुपाल सिंह राणा थानाध्यक्ष रानीपोखरी, कॉन्स्टेबल धीरेंद्र यादव और कांस्टेबल सुनील कुमार शामिल हैं।