उत्तराखंड की चार जेलों से फरार हो गये 255 कैदी, परोल पर छोड़े गये थे सभी
कोरोना महामारी के दौरान जेल से परोल पर छोड़े गए 255 कैदी वापस ही नहीं लौटे। उत्तराखंड की अलग-अलग जेलों से छोड़े गये ये कैदी परोल का फायदा उठाकर फरार हो गये हैं।
मामला सनसनीखेज है और इसके चलते न केवल जेल प्रशासन बल्कि पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया है।
सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के मुताबिक उत्तराखंड की जेलों से लगभग 581 कैदियों को परोल पर छोड़ा गया था, जिनमें 81 दोषी करार कैदी थे और 500 छोटे-मोटे अपराधों के आरोपी शामिल थे।
इन कैदियों में से बाकी तो जेल लौट आये मगर 255 कैदी कोरोना की आपदा को अवसर में बदलकर गायब हो गये।
फरार कैदियों में हल्द्वानी जेल से 85, नैनीताल जेल से 40, सितारगंज जेल से 80 और अल्मोड़ा जेल से 50 कैदी शामिल हैं।
जेल प्रशासन की ओर से बार-बार नोटिस भेजने के बावजूद, इन कैदियों ने आत्मसमर्पण नहीं किया, जिससे प्रशासन और पुलिस दोनों पर दबाव बढ़ गया है।
इस घटना ने केवल कानून व्यवस्था बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के इकबाल पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं।
इस बाद पुलिस प्रशासन ने फरार कैदियों की खोज के लिए विशेष अभियान छेड़ दिया है। जिसमें विशेष टीमों का गठन किया गया है जो इन कैदियों के तलाश में निकल गईं हैं।