Saturday, April 20, 2024
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उत्तराखण्ड में आफत की बारिश जारी, जौनसार बावर में बादल फटा, 1 की मौत, 3 लापता

देहरादून- समूचे उत्तराखण्ड में कल से बारिश जारी है। कई इलाकों में पिछले 12 घंटों से लगातार भारी बाशिर हो रही है। जिसके चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के चलते जौनसार बावर के क्वासी में बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस हादसे में कई लोगों के हताहत होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक अब तक एक शव बरामद कर लिया गया है। जबकि दो बच्चों सहित तीन लोग अभी भी लापता हैं।

जौनसार बावर के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड़ में मलबा आने से एक घर तबाह
जौनसार बावर के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड़ में मलबा आने से एक घर तबाह

लगातार हो रही बारिश के चलते आज सुबह जौनसार बावर के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड़ में मलबा आने से एक घर तबाह हो गया। स्थानीय लोगों ने तत्काल राहत और बचाव का काम शुरू किया। मलबे से एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है जबकि परिवार के दो बच्चे और एक शख्स लापता चल रहा है। प्रशासन द्वारा लापता लोगों की खोजबीन के लिये राहत एवं बचाव का काम किया जा रहा है। मौके पर एसडीआरएफ, पुलिस और ग्रामिणों मौजूद हैं।

जौनसार बावर के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड़ में मलबा आने से एक घर तबाह
जौनसार बावर के क्वासी क्षेत्र के बिजनाड़ में मलबा आने से एक घर तबाह

मौसम विज्ञान विभाग ने दो दिन पहले ही समूचे राज्य में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। और बीते दिन से ही उत्तराखण्ड के अधिकांश इलाकों में बारिश शुरू हो गई। देहरादून, उधमसिंह नगर, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, उत्तरकाशी समेत कई इलाकों में देर रात से बारिश जारी है। लगातार बारिश के चलते मैदानी और पहाड़ी इलाकों में जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के चलते तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि 21 मई से उत्तराखण्ड में मौसम के सामान्य होने के आसार हैं। यानी अगले 24 घंटे भी बारिश होने की पूरी संभावना है। पंतनगर विवि के मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल में जो चक्रवात उठा है उसकी नमी का असर यहां देखने को मिल रहा है। इस वजह से उत्तराखंड में बारिश का दौर 21 मई तक रहेगा।

इधर चमोली जिले में बीते दिन बुधवार से अभी तक बारिश जारी है। तापमान में आई गिरावट के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई है। हेमकुंड साहिब के साथ ही बदरीनाथ की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई है। मौसम का मिजाज बदलने से ठंड लौट आई है। लोगों ने फिर से गरम कपड़े निकाल लिये हैं। वहीं केदारनाथ धाम समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हुई। चमोली जिले में देश के अंतिम गांव माणा और बदरीनाथ धाम में जमकर बारिश हुई, जिससे लोग अपने कमरों में ही दुबके रहे। हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी सहित नीती और माणा घाटियों में बर्फबारी हुई। बुधवार को तड़के तीन बजे से शुरू हुआ बारिश-बर्फबारी का दौरा देर शाम तक जारी रहा। वहीं केदारनाथ, द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ व चंद्रशिला सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के साथ ही हल्की बर्फबारी हुई।

बारिश-बर्फबारी के कारण यहां ठंड बढ़ गई है। वहीं, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग व निचले इलाकों में दिनभर रुक-रुककर हल्की बारिश होती रही। बुधवार को तड़के से ही केदारनाथ धाम में हल्की बारिश होती रही। दिन चढ़ने के साथ यहां हल्की बर्फ भी गिरी। जबकि हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के साथ दुग्ध गंगा, चोराबाड़ी व वासुकीताल क्षेत्र में अच्छी खासी बर्फबारी हुई है। मद्महेश्वर व तुंगनाथ के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। मौसम के बिगड़े मिजाज से केदारपुरी में भी ठंड बढ़ गई है।

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