Tuesday, November 5, 2024
उत्तराखंडकोविड 19

स्पुतनिक की सिंगल डोज वैक्सीन खरीदना चाहती है उत्तराखण्ड सरकार

देहरादूनः राज्य में वैक्सीनेशन को रफ्तार देने के लिये उत्तराखण्ड सरकार विदेश से वैक्सीन आयात करने की तैयारी में है। सरकार ने अगले 60 दिनों में विदेश से कोरोना वैक्सीन की 20 लाख डोज खरीदने का लक्ष्य तय किया है। सरकार सभी प्रमुख वैक्सीन निर्माताओं से बातचीत कर रही है। इसमें रूस की स्पुतनिक वैक्सीन की सिंगल डोज आयात करना सरकार की प्राथमिकताओं में है। जोकि स्पुतनिक लाइट के नाम से प्रचलित है।

उत्तराखण्ड सरकार ने विदेश से वैक्सीन आयात करने के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। कमेटी इस वक्त वैक्सीन आयात की तैयारियों में जुटी है। राज्य में इस वक्त 45 वर्ष से अधिक और 18 से 44 वर्ष आयु वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। लेकिन राज्य सरकर के पास पर्याप्त वैक्सीन नहीं है। केन्द्र से राज्य को मई में 8 लाख डोज मिलेंगी और जून माह में इसमें एक लाख की बढ़ोत्तरी होकर यह संख्या 9 लाख तक पहुंचेगी। जोकि कोरोना के वर्तमान प्रकोप के लिये पर्याप्त नहीं है। लिहाजा सरकार को और अधिक वैक्सीन चाहिए। इसके लिये उत्तराखण्ड सरकार विदेश से वैक्सीन आयात करेगी।

जल्द ही उत्तराखण्ड में विदेश से वैक्सीन खरीद के लिये ग्लोबल टेंडर किये जाएंगे। सरकार की कोशिश है कि अगले 60 दिनों में विदेश से 20 लाख वैक्सीन आयात की जाएं। इसके लिये विश्व की सभी प्रमुख कोरोना निर्माता कंपनियों से बात की जा रही हैं। सरकार रूस से स्पुतनिक वैक्सीन खरीदने को लेकर भी वार्ता कर रही है। रूसी स्पुतनिक वैक्सीन सिंगल और डबल डोज दोनों में उपलब्ध है। सरकार चाहती है कि स्पुतनिक की सिंगल डोज वैक्सीन मिल जाए तो इससे वैक्सीनेशन का काम और तेजी से हो सकता है। सिंगल के साथ सरकार डबल डोज वैक्सीन भी खरीदेगी।

कितनी कारगर है स्पुतनिक की सिंगल डोज

रूस ने अपनी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का नया वर्जन निकाला है। जिसे स्पुतनिक लाइट का नाम दिया है। यह सिंगल डोज वैक्सीन है जो कोरोना का मात देने में कारगर है। रूसी कंपनी के मुताबिक, स्पुतनिक लाइट की सफलता का प्रतिशत 80 फीसदी है। यह भी दावा किया गया है स्पुतनिक लाइट कोरोना वायरस के हर स्ट्रेन के खिलाफ कारगर साबित हुआ है। इस वैक्सीन का रूस में 5 दिसंबर 2020 से 15 अप्रैल 2021 तक ट्रायल किया गया था। साथ ही इस वैक्सीन का वायरस के अलग-अलग म्यूटेंट पर भी टेस्ट किया है। कंपनी का दावा यह भी है कि इस वैक्सीन को लगने के बाद किसी भी व्यक्ति को कोई सीरियस बीमारी या लक्षण पैदा नहीं हुये हैं। दूसरी वैक्सीन के जहां दो डोज लगाये जाते हैं स्पुतनिक लाइट का एक ही शाॅट लगाया जाता है। उत्तराखण्ड में अगर सिंगल डोज की वैक्सीन आती है तो निश्चित तौर पर इससे वैक्सीनेश को नई तेजी मिल जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *