देहरादूनः मिशन हौसाल के तहत उत्तराखण्ड पुलिस लगातार जरूरतमंदों की मदद में जुटी हुई है। शुक्रवार को देहरादून पुलिस ने एक गर्भवती महिला की मदद कर उसकी जान बचाने में अहम भूमिका अदा की। इस महिला का बच्चा पेट में ही मर चुका था और महिला की हालत बेहद नाजुक थी। परिजनों ने चैकी इन्द्रेश अस्पताल में पुलिस से मदद मांगी। जिसके बाद चौकी प्रभारी संपूर्णानन्द शर्मा ने महिला को अस्पताल में बेड दिलाने के लिये कोशिशें तेज कर दीं। कई अस्पतालों में संपर्क किया गया मगर बेड नहीं मिल पाया। अंत में सीएमआई अस्पताल में महिला को भर्ती कराया जा सका। चैकी प्रभारी खुद अपने निजी वाहन में महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां उपचार के बाद अब महिला खतरे से बाहर है।
आपको बता दें कि कोरोना की जंग में मानव सेवा के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से किए जा रहे प्रयासों को मिशन हौसला का नाम दिया गया है। मिशन हौसले के तहत न केवल उत्तराखंड पुलिस लोगों को हर जरूरी सेवा उपलब्ध कराती बल्कि कालाबाजारी रोकने के लिए भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाती है। लोगों को दवा, ऑक्सीजन, प्लाज्मा, राशन आदि आवश्यक वस्तुएं दिलाने के लिए उत्तराखंड पुलिस की ओर से जो कार्य किया जा रहा है, वह मिशन हौसला का ही हिस्सा है। पुलिस मदद करने और चाहने वालों के बीच समन्वय स्थापित कर जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने का काम कर रही है।
पुलिस द्वारा आकस्मिक परिस्थितियों में दवाओं, ऑक्सीजन सिलिंडर की होम डिलीवरी की जा रही है। कोरोना संक्रमित परिवार के लिए भोजन और राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने, एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। प्लाज्मा देने और मांग करने वालों के बीच पुलिस समन्वय स्थापित करने का काम कर रही है। उत्तराखंड पुलिस 112 स्टेट इमरजेंसी कॉल सेंटर, जनपद मुख्यालय में स्थापित कोविड कंट्रोल रूम, थानों में आने वाली काॅल के जरिये जरूरतमंदों को राहत पहुंचा रही है। कोई भी व्यक्ति 112 कंट्रोल रूम, व्हाट्सएप नंबर 9411112780 पर सहायता प्राप्त कर सकता है।